कम्युनिटी ने मेरी मदद की

By Cicle Health on 24 Aug, 2022
कम्युनिटी ने मेरी मदद की

मुझे 16 साल की उम्र में पता चला कि मुझे एलोपेसिया है। मैं तकिए पर झड़े हुए बालों के गुच्छों के साथ जागती थी, जिसके एक हफ्ते बाद मैंने डॉक्टर को दिखाया। जब मुझे एलोपेसिया होने की खबर मिली तो मैं तबाह सी हो गई, क्योंकि बाल नहीं होने का मतलब था कि अब मुझे स्कूल में तंग किया जाएगा। मैं तीन दिनों तक स्कूल भी नहीं गई क्योंकि मेरे बाल झड़ते रहे। लेकिन कुछ वक्त के बाद मुझे यकीन हुआ कि बालों का झड़ना टेम्पररी था। मैंने बाल्ड पैच (गंजी हुई जगह) को ढकने के लिए हेट्स पहने।

मैंने कभी भी अपने रूप-रंग से प्यार नहीं किया, लेकिन मेरे बाल ही एक ऐसी चीज थी जिससे मैं प्यार करती थी। मुझे मेरे बालों के घनेपन और लंबाई को लेकर काफी तारीफें मिली। जब मैं गंजी हो गई तो ऐसा लगा कि मैंने अपना बहुत कुछ खो दिया था। मुझे बदसूरती और शर्मिंदगी महसूस हुई। जब मैंने अपने बाल पूरी तरह से खो दिए तब मैंने आखिरकार अपनी असलियत को कबूल कर लिया। मुझे ऐसा लगता था, मैं एक अंधेरी जगह में थी। मैंने एक साल के लिए थेरेपी ली, और एंटीडिपेंटेंट्स लेना शुरू कर दिए। मैं संकट में थी।

कई लोग मेरे आसपास थे, कई लोगों को यह समझ में नहीं आ रहा था कि यह मुझ पर इतना गंभीर रूप से असर क्यों डाल रहा है। जब भी मुझे मौका मिलता मैं इसे लेकर रोती थी।

कुछ वक्त बाद मैंने बालों के झड़ने की समस्या से पीड़ित महिलाओं की एक ग्रुप चैट जॉइन की। यहां मौजूद महिलाओं ने मुझे मेरे अंदर हुए अचानक बदलाव के साथ जिंदगी को आसान बनाने में मदद की। हम सभी ने ऐसा ही महसूस किया, इसलिए हमने हमेशा अपने संघर्षों का संचार किया। मैं यह नहीं कहूंगी कि मैं आखिरकार इस स्टेज पर पहुंच गई हूं कि बिना बालों के सहज महसूस करूं, लेकिन मैंने आखिरकार कबूल कर लिया है कि यह एक नई मैं हूं और धीरे-धीरे अपने आप में आत्मविश्वास पैदा कर रही हूं।

आरोही

भारत

SheResolved Healthcare Pvt. Ltd.